पिंजरे के पंछी रे! || आचार्य प्रशांत (2015)

2019-11-28 1

वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
२८ मार्च २०१५
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
जीबन ग़ुलामी से क्यों भरा हुआ है?
आज़ादी की ओर कैसे बढ़ें?
जीवन में आज़ादी की महत्वता?